समतामूलक समाज बनाने हेतु और सामाजिक
कार्यों को गति देने के लिए दो दिवसीय सम्मेलन 20-21 मार्च 2014 को निताई सिंह स्मृति भवन बेलटांड़,पटमदा में संपन्न हुई।
ज्ञात हो कि पिछले कई वर्षों से छात्र युवा संघर्ष
वाहिनी ने समतामूलक समाज बनाने के लिए तथा शिक्षा के बाजारीकरण के खिलाफ एवं
गुणवत्तापूर्ण समान शिक्षा के लिए जन चेतना कार्यक्रम चलाते आ रही है। इन सभी
आयामों पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का मुख्य विषय के
रूप में समतामूलक समाज, स्त्री-पुरुष विषमता
और आज की परिस्थिति में युवाओं की भूमिका पर चर्चा हुई। साथ में क्रान्ति गीतों का
प्रशिक्षण दिया गया।
संगठन का परिचय देते हुए कुमार दिलीप ने कहा कि सबसे
पहले अपने आप में बदलाव लाना ही क्रान्ति है। समतामूलक समाज बनाना कोई आसान काम
नहीं है। इसे करने के लिए दृढ़ संकल्प की जरूरत है। जसवा के राष्ट्रीय संयोजक
अरविंद अंजुम ने कहा कि समाज में जो भी गतिविधियां चलती है, उसमें कानून का राज चलता है यह केवल सिद्धांत में है।
मनुष्य-मनुष्य में भिन्नता है लेकिन मान्यता और अधिकार में समान अधिकार है। अपने
विचार, व्यवहार, आचरण और समाज
के सभी जगहों पर परिवर्तन लाने का काम करना है।
सम्मेलन के दूसरे दिन के पहले सत्र में सी.जी. नेट के
राष्ट्रीय रिपोर्टर सुनिल ने सी.जी. नेट संबंधित जानकारियां दी। सी.जी. नेट का
उपयोग- इस नं0-
08050068000 पर मिस कॉल करना है और कम्प्युटर
आवाज के अनुसार बटन दबाना है। इससे आप खबर सुन सकते हैं और अपना समाचार रिकॉर्ड भी
कर सकते हैं।
दूसरे सत्र में जसवा के मंथन ने कहा कि स्त्री-पुरुष
में प्रकृति के अनुसार आकार में भिन्नता है। मान्यता और अधिकार में समान अधिकार
है। वजन उठाने के मामले में पुरुष आगे हो सकते हैं लेकिन कुछ काम ऐसे हैं जो केवल
स्त्री ही कर सकती है, पुरुष नहीं। स्त्री को हीन दृष्टि से नहीं देखना है, उन्हें समान अधिकार देना है। झारखंड मुक्ति वाहिनी के
कपूर बागी ने अपने संघर्ष का अनुभव सभी को बताया। सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि
समाज परिवर्तन के लिए हमेशा तत्पर रहना है। समाज के सभी लोगों को त्याग करने के
लिए सिखना होगा।
सम्मेलन का संचालन विश्वनाथ और ईश्वर ने संयुक्त रूप
से किया। सम्मेलन में गुरूपदो, सुदर्शन, प्रहलाद, कैलाश, संतोष कुमार, गुरवा, शंकर हेम्ब्रम, धंनजय, बैधनाथ, चैतन कुमार, विजय, सनातन, सोनाली प्रभा, श्वेता शशी, विनोद कुमार, प्रशांत कुमार, काजल कुमारी, गुरुचरण, खगेन, जयंती कुमारी और अंतस पलाश के अलावा जसवा के प्रांतीय
संयोजक दिलीप कुमार, राजेश उपस्थित
हुए।
विश्वनाथ
छात्र युवा संघर्ष वाहिनी
पटमदा, पूर्वी सिंहभूम
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